सामाजिक मनीषियों द्वारा शिक्षा को किसी भी समाज के विकास की कुंजी कहा गया है। जिसमें समाज के चहुमुखी विकास रूपी रास्ते का ताला खुलता है।
राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ शिक्षा की जागरूकता हेतु सम्मेलन, सभा, विचार गोष्ठी आयोजित कर समाज को शिक्षा के प्रति जागृत कर रहा है। आने वाले समय में मेधावी छात्र-छात्राओं के प्रोत्साहन हेतु परितोषिक वितरण, छात्रवृत्ति प्रदान करने का भी प्रस्ताव है। गरीब छात्र-छात्राओं की शुल्क प्रतिपूर्ति करने का प्रस्ताव भी संघ की कार्य योजनाओं में है जो आर्थिक रूप से मजबूत होने पर कियान्वित किया जाएगा। राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ के द्वारा राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के माध्यम से पिछड़े वर्ग के बच्चों को केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश हेतु आरक्षण का प्रावधान वर्ष 2020-21 के शैक्षिक सत्र से किया है जिसकी मांग संघ 1 वर्ष से कर रहा था।
donate nowगरीब परिवारों की महिलाओं, विधवा, परित्यक्ता महिलाओं को स्वाम्बलम्बी आत्मनिर्भर बनाने, रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने, शोषण से बचाने हेतु महासंघ द्वारा समय-समय पर सिलाई प्रशिक्षण देने, सिलाई मशीन निशुल्क उपलब्ध कराने, पापड़, अचार, चटनी, मुरब्बा का प्रशिक्षण आयोजित करके अपना स्वरोजगार स्थापित कराने का प्रयास किया जा रहा है जो शीघ्र ही क्रियान्वित किया जाएगा।
donate now"स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क विद्यमान रहता है" इस कहावत में जितना सार छुपा है उसका वर्णन थोड़े शब्दों में नहीं किया जा सकता।
राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ का भरपूर प्रयास है कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ रहे। संगठन द्वारा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 20-25 स्थान पर नेत्र चिकित्सालय के सहयोग से निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया है जिसमें सैकड़ों मरीजों का मोतियाबिंद के ऑपरेशन व सैकड़ों-सैकड़ों मरीजों का चश्मा एवं दवाईयां निशुल्क उपलब्ध कराने का कार्य किया है। आने वाले समय में इस योजना का विस्तार करने, ब्लड बैंक की स्थापना, ब्लड डोनेशन कैंप लगाने एवं एक एंबुलेंस की व्यवस्था करने का प्रस्ताव है। इस समय ग्राम छलेरा में राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ के कार्यालय के एक कक्ष में शिक्षित योग्य MBBS, MD डॉक्टर की देखरेख में निशुल्क चैरिटेबल क्लीनिक एवं डिस्पेंसरी की स्थापना की गई है जिसमें समाज के जरूरतमंद परिवार स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इस प्रकार की डिस्पेंसरी प्रत्येक राज्य में स्थापित करने का प्रस्ताव है।
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डॉ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने 3 शब्दों का उच्चारण किया "शिक्षा संगठन व संघर्ष" शिक्षित बनकर ही समाज संघठित हो सकता है और संघठित होकर ही संघर्ष कर सकता है। इसी उक्ति को धरातल पर उतारने के लिए महासंघ के तकरीबन 20 राज्यों में संघठन कार्य कर रहे हैं। प्रत्येक राज्य का संघठन वहां के निवासियों को संघठित कर जागरूक रैली, सभा, सम्मेलन, कर एकजुटता का प्रमाण दे रहे है। समय-समय पर राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार द्वारा जारी कार्यक्रम जैसे मतदाता जागरूकता अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, पल्प पोलियो अभियान के लिए रैलियां आयोजित कर समाज में क्रांतिकारी संदेश दे रहे हैं।
भविष्य में राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान, पर्यावरण बचाओ अभियान, जल बचाओ अभियान, दैविक आपदा प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं भूसंरक्षण अभियान के क्षेत्र में भी काम करेगा।
संगठन जहां एक ओर विभिन्न मानव कल्याण के कार्य करेगा वही संगठित और समाज के विरुद् अन्याय एवं उत्पीड़न के विरुद्ध आवाज बुलंद करने का कार्य कर रहा है।
महासंघ समाज में व्याप्त कुरीतियां- मृत्युभोज, दहेज, प्रथा, भूतप्रेत, टोना टोटका के विरुद्ध जागरूकता फैलाकर इनके उन्मूलन का कार्य भी कर रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग, न्याय अधिकारिता मंत्रालय से संपर्क कर समाज को उत्पीड़न, अन्याय, अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठाकर न्याय दिलाने का कार्य कर रहा है। प्रजापति समाज के पुश्तैनी कार्य मिट्टी कला के आधुनिक करण एवं वैज्ञानिक सोच से बदलाव लाने का कार्य भी महासंघ रहा है। न्यायालय के माध्यम से भी समाज को न्याय दिलाने का कार्य भी महासंघ कर रहा है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय से इसी वर्घ एक मिट्टी के पट्टों का आदेश भी महासंघ ने अपने प्रयास से कराया है और आगे भी कराता रहेगा।
donate nowभारतीय संविधान में ग्राम, ब्लाक एवं जिला स्तर पर पिछड़े वर्ग के व्यक्तियों का आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है। समाज के इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवारों को प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य एवं जिला पंचायत अध्यक्ष हेतु निर्वाचन लड़ने हेतु प्रोत्साहित कराना एवं शासन प्रशासन से पूर्ण सुरक्षा दिलाने का कार्य संघठन कर रहा है। क्योंकि राज्य विधानसभा एवं विधान परिषद में लोकसभा-राज्यसभा में पिछड़े वर्ग का आरक्षण नहीं है अतः समय-समय पर विभिन्न आयोगों, विधान परिषद एवं राज्यसभा में प्रजापति समाज को मिट्टी कला का कलाकार मानकर उच्च सदन में संगठन के माध्यम से नॉमिनेट (नामित) करने की मांग महासंघ करता है और करता रहेगा।
माटी कला बोर्ड की स्थापना प्रत्येक राज्य में करने एवं राष्ट्रीय स्तर पर माटी कला बोर्ड की स्थापना करने तथा बोर्ड का अध्यक्ष प्रजापति समाज के व्यक्ति को बनाने का प्रस्ताव महासंघ ने माननीय प्रधानमंत्री महोदय को दिया है। इसके साथ ही महासंघ को दिल्ली में केंद्रीय कार्यालय स्थापित करने हेतु भूमि आबंटन का प्रस्ताव/मांग भी माननीय प्रधानमंत्री महोदय को दिया है। समय-समय पर महासंघ समाजहित के प्रस्ताव केंद्र एवं राज्य सरकारों को देती रही है जिस पर कार्यवाही हो भी रही है।
आने वाले समय में राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ समाज के प्रति समर्पित सभी कार्यक्रमों का विस्तार कर जनहित के कार्य करेगी।
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